भारत की सबसे लंबी नदी: भारत को “नदियों की भूमि” के रूप में जाना जाता है, और यह देश अपने विशाल नदी नेटवर्क के लिए जाना जाता है। भारत में कई महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएँ और इतिहास है।
भारत की सबसे लंबी नदी गंगा है, जो उत्तराखंड के गंगोत्री हिमनद से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी मानी जाती है और इसका हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान है। गंगा नदी भारत के एक-चौथाई क्षेत्र में बहती है और इसका बेसिन लाखों लोगों के लिए जीवन का आधार है।
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गंगा नदी की लंबाई 2,525 किलोमीटर है। यह उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों से होकर बहती है। गंगा नदी की कई सहायक नदियाँ हैं, जिनमें यमुना, रामगंगा, गोमती, सरयू और कालिंदी शामिल हैं।
गंगा के बाद भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी गोदावरी है, गोदावरी नदी भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है और दक्षिण भारत में महत्त्वपूर्ण नदी मानी जाती है। यह महाराष्ट्र से निकलकर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से बहती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 1500 km किलोमीटर है। गोदावरी नदी दक्षिण भारत की संस्कृति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस नदी को दक्षिण की गंगा भी कहते है गोदावरी नदी का हिंदू धर्म में भी एक महत्वपूर्ण स्थान है।
भारत की तीसरी सबसे लंबी नदी कृष्णा है, कृष्णा नदी भारत की सबसे महत्वपूर्ण प्रायद्वीपीय नदियों में से एक है। दक्षिण भारत की एक प्रमुख नदी है। यह महाराष्ट्र के महाबलेश्वर के पास एक झरने से निकलती है और लगभग 1400 किलोमीटर तक बहती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। । इसका जल निकासी बेसिन महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश द्वारा साझा किया जाता है।
भारत की चौथी सबसे लंबी नदी यमुना है, जो गंगा की सबसे लंबी सहायक नदी है। यमुना नदी उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री ग्लेशियर से निकलती है और उत्तर प्रदेश में गंगा से मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 1376 किलोमीटर है |
भारत की पाँचवीं सबसे लंबी नदी नर्मदा है, नर्मदा नदी मध्य भारत की एक प्रमुख नर्मदा नदी है, जिसे “मध्य भारत की जीवन रेखा” के रूप में जाना जाता है। यह मध्य प्रदेश से बहने वाली सबसे लंबी नदी है और पश्चिम की ओर बहने वाली भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है, जो लगभग 1312 किलोमीटर की दूरी तय करती है। यह अमरकंटक पहाड़ियों से निकलकर अरब सागर में खंभात की खाड़ी में मिलती है। नर्मदा नदी अपने सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के साथ–साथ मध्य भारत के लिए सिंचाई और जलापूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
भारत की छठी सबसे लंबी नदी सिंधु है, सिंधु नदी प्राचीन काल से भारत और पाकिस्तान की एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आर्थिक धमनी रही है। यह तिब्बत के पश्चिमी भाग में कैलाश पर्वत के पास मानसरोवर झील के निकट सिंधु नदी के घाटी से निकलती है। यह जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और पंजाब से होकर बहती है, पाकिस्तान में प्रवेश करती है और अंततः सिंध प्रांत में अरब सागर में मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 3180 किलोमीटर है, जो इसे दुनिया की 10वीं सबसे लंबी नदी बनाती है। जिसकी भारत में कुल लम्बाई 1114 किलोमीटर है | सिंधु नदी सिंधु घाटी सभ्यता का उद्गम स्थल थी, जो 3300 ईसा पूर्व से 1300 ईसा पूर्व तक फली-फूली।
भारत की सातवीं सबसे लंबी नदी ब्रह्मपुत्र है, ब्रह्मपुत्र नदी पूर्वोत्तर भारत की एक प्रमुख नदी है, जो तिब्बत के मानसरोवर झील के निकट स्थित कैलाश पर्वत के पास ब्रह्मपुत्र ग्लेशियर से निकलती है। यह अरुणाचल प्रदेश, असम और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है, बांग्लादेश में प्रवेश करती है और अंततः बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 2900 किलोमीटर है, जिसकी भारत में कुल लम्बाई 916 किलोमीटर है | जो इसे एशिया की नौवीं सबसे लंबी नदी बनाती है।
भारत की आठवीं सबसे लंबी नदी महानदी है, महानदी नदी पूर्वी भारत की एक प्रमुख नदी है, जो छत्तीसगढ़ के गढ़-चिरौली पहाड़ियों से निकलकर ओडिशा से बहती हुई बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसकी कुल लंबाई लगभग 851 किलोमीटर है, जो इसे भारत की 14वीं सबसे लंबी नदी बनाती है।
भारत की नौवीं सबसे लंबी नदी कावेरी है, कावेरी नदी कर्नाटक के कोडागु जिले में तलकाड के पास ब्रह्मगिरि पहाड़ियों से निकलती है। यह लगभग 760 किलोमीटर की दूरी तय करती है और तमिलनाडु में थंजावुर जिले के पास बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। यह दक्षिण भारत की चौथी सबसे लंबी नदी है
भारत की दसवीं सबसे लंबी नदी ताप्ती है, तापी नदी मध्य प्रदेश के बुलढाणा जिले में सतपुड़ा पहाड़ियों से निकलती है। यह लगभग 724 किलोमीटर की दूरी तय करती है और गुजरात में सूरत के पास खंभात की खाड़ी में मिल जाती है। मध्य प्रदेश के सतपुड़ा पहाड़ियों से निकलकर महाराष्ट्र और गुजरात को पार करती हुई खंभात की खाड़ी में मिलती है।
इन 10 नदियों में से प्रत्येक भारत की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे जल आपूर्ति, सिंचाई, परिवहन और बिजली उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण हैं। वे साथ ही साथ वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण निवास स्थान भी प्रदान करते हैं।
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