उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। यह उनके लिए एक कल्पनातीत अनुभूति का समय है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है और उन्होंने 11 दिन के विशेष अनुष्ठान की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा कि 11 दिन का उनका अनुष्ठान नासिक धाम-पंचवटी से शुरू हुआ है। पंचवटी वह पावन भूमि है जहां प्रभु श्रीराम ने काफी समय बिताया था।
पीएम मोदी ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद जी की जन्म जयंती भी है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने भारत की आत्मा को झकझोरा था और आज वही आत्मविश्वास भव्य राम मंदिर के रूप में हमारे सामने है।
उन्होंने कहा कि आज माता जीजाबाई की भी जन्म जयंती है। उन्होंने कहा कि माता जीजाबाई ने छत्रपति शिवाजी महाराजको जन्म दिया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी मां जीवन के अंत तक माला जपते हुए सीताराम का नाम भजा करती थी।
उन्होंने कहा कि वह जनता से आशीर्वाद मांगते हैं ताकि वह इस पवित्र अवसर पर कोई कमी न रखें।
यह संदेश प्रधानमंत्री मोदी की आध्यात्मिक यात्रा और उनके भारत के लिए सपनों को दर्शाता है। यह संदेश सभी भारतीयों के लिए प्रेरणादायक है।